ठाणे में पकड़ाया 26 करोड़ का यूरेनियम, इंटरनेशनल रैकेट का पर्दाफाश
ठाणे। क्राइम ब्रांच ने यूरेनियम तस्करों के एक इंटरनेशनल रैकेट का पर्दाफाश किया है। ठाणे में दो लोगों को लगभग 9 किलो यूरेनियम के साथ पकड़ा गया है जिसकी कीमत 26 करोड़ रुपए आंकी गई है।
क्राइम ब्रांच में यूरेनियम के साथ दो लोगों को पकड़ा
मीडिया से बात करते हुए ठाणे के ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस आशुतोष दुंभारे ने बताया है कि यूरेनियम के साथ दो लोगों को पकड़ा गया है, जिनमें से एक बिजनेसमेन है। इन दोनों से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि इनको यूरेनियम कहां से मिला और ये किनको बेचने जा रहे थे?
बार्क में कराई गई यूरेनियम की जांच
ज्वाइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस ने इस बारे में बताया कि यूरेनियम को जब्त कर जांच के लिए इसे भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर भेजा गया।
जांच के बाद पता चला कि ये कम रेडियोएक्टिविटी वाले डिप्लीटेड यूरेनियम हैं।
क्या होता है डिप्लीटेड यूरेनियम?
अगर यूरेनियम की शुद्धता 0.7 प्रतिशत से कम होती है तो उसे डिप्लीटेड यूरेनियम माना जाता है। ठाणे में जो यूरेनियम जब्त किए गए हैं, उनकी शुद्धता 0.4 प्रतिशत है।
कुल 8.86 किलो यूरेनियम को क्राइम ब्रांच ने जब्त किया जिसकी कीमत 26 करोड़ रुपए आंकी गई है।
क्राइम ब्रांच ने कैसे पकड़ा यूरेनियम?
क्राइम ब्रांच को खुफिया जानकारी मिली थी कि दो लोग यूरेनियम को बाजार में बेचने के लिए आए थे। इस बारे में और जानकारी देते हुए पुलिस अधिकारी ने कहा, 'किसी भी राज्य में यूरेनियम बेचना गैरकानूनी है इसलिए पुलिस ने खरीदार बनकर उन दोनों आदमियों को खोजना शुरू किया जो यूरेनियम बेचने निकले थे।'
घोड़बंदर रोड पर एक होटल के पास क्राइम ब्रांच ने जाल बिछाकर दोनों को धर दबोचा। इस बारे में अधिकारी ने बताया, 'उनके पास ब्लू हैंडबैग था जिसमें यूरेनियम के दो पैकेट थे।'
विदेश से लाया गया इतना सारा यूरेनियम
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों ने यूरेनियम को विदेश से मंगाया है। वे इसको 3 करोड़ रुपए प्रति किलो की दर से बेचने के फिराक में थे।
इन आरोपियों के खिलाफ पुलिस एटॉमिक एनर्जी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करने की तैयारी में है।